आवाज विदर्भ नागपुर चैंनल दलित आदिवासियों पर होनेवाले अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए शुरू किया है दबे कुचले समाज को सम्मान से जीने के लिए ,सामाजिक आर्थिक,शैक्षणिक अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।किसी भी धर्म या जाति के खिलाफ हमारी लड़ाई नही।केवल अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे...हमारे चैंनल को सपोर्ट करें, सब्सक्राइब अवश्य करें ं।

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आषाढ़ पूर्णिमा कब ? क्यों अन्य पूर्णिमा से ज्यादा खास है ये तिथि, जानें डेट और महत्व

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Ashadha Purnima 2023: पूर्णिमा को स्नान-दान का पुण्य पर्व माना गया है. इस तिथि पर देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति हुई थी. मान्यता है कि पूर्णिमा पर जो गंगा स्नान करता है उसे अमृत्व प्राप्त होता है. वैसे तो प्रत्येक माह की पूर्णिमा तिथि धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होती है लेकिन आषाढ़ माह की पूर्णिमा और भी खास होती क्योंकि इसे गुरु पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता है.

पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपने पूर्ण रूप में होता है, इस दिन रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने पर मानसिक रूप से मजबूती मिलती है. धर्म ग्रंथों के अनुसार पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की कथा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं आषाढ़ पूर्णिमा की डेट, मुहूर्त और महत्व.

आषाढ़ पूर्णिमा 2023 डेट (Ashadha Purnima 2023 Date)

आषाढ़ पूर्णिमा 3 जुलाई 2023, सोमवार को है.  आषाढ़ पूर्णिमा पर किए गए दान से बीमारियां दूर होती हैं और समृद्धि बढ़ती है. पूर्णिमा पर गाय की सेवा करने से धन लक्ष्मी अति प्रसन्न होती है. इस दिन गुरुओं की पूजा करने से कुंडली में गुरु दोष समाप्त होता है.

आषाढ़ पूर्णिमा 2023 मुहूर्त (Ashadha Purnima 2023 Muhurat)

पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की पूर्णिमा 02 जुलाई 2023 को रात 08 बजकर 21 मिनट पर शुरू होती है और अगले दिन 03 जुलाई 2023 को शाम 05 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी.

  • स्नान मुहूर्त – सुबह 04.31 – सुबह 05.15
  • सत्यनारायण पूजा मुहूर्त – सुबह 09.15 – सुबह 10.54
  • चंद्रोदय समय – रात 07.19 (इस दिन चंद्रमा की पूजा का महत्व है)
  • लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त – 04 जुलाई 2023, प्रात: 12:11 – 04 जुलाई 2023, प्रात: 12:55

आषाढ़ पूर्णिमा है बहुत खास (Ashadha Purnima Importance)

आषाढ़ पूर्णिमा पर वेदों के रचियता गुरु वेद व्यास जी का जन्म हुआ था, इसलिए इसे गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है. ये दिन संसार के समस्त गुरु के सम्मान में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. कहते हैं गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं. इस दिन गुरुओं की पूजा से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है.

Guru Purnima 2023 Date: गुरु पूर्णिमा इस दिन है, जानें शुभ मुहूर्त और इस दिन दान का महत्व

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. 

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