आवाज विदर्भ नागपुर चैंनल दलित आदिवासियों पर होनेवाले अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए शुरू किया है दबे कुचले समाज को सम्मान से जीने के लिए ,सामाजिक आर्थिक,शैक्षणिक अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।किसी भी धर्म या जाति के खिलाफ हमारी लड़ाई नही।केवल अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे...हमारे चैंनल को सपोर्ट करें, सब्सक्राइब अवश्य करें ं।

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गोरखपुर में पुलिस दबिश के दौरान भागते हुए किसान की मौत, बेटी ने लगाए गंभीर आरोप

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Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में पुलिस दबिश के दौरान भागते हुए आरोपी अचानक बेहोश हो गया और उसकी संदिग्ध हालत में मौत हो गई. पुलिस ने गांव वालों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने पुलिस पर युवक से मारपीट का आरोप लगाया है. तो वहीं ये आशंका भी जताई जा रही है कि भागते समय युवक को अचानक हार्ट अटैक आया जिसकी वजह से उसकी मौत हुई. आरोपी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस इस गांव में दो पड़ोसियों के बीच हुई मारपीट में एक पक्ष के युवक का सिर फटने के बाद आरोपी की दबिश के लिए पहुंची थी. 

ये घटना गोरखपुर के बांसगांव थानाक्षेत्र के चाड़ी गांव की है जहां बुधवार की सुबह 8 बजे पड़ोसी से मारपीट के मामले में आईपीसी की धारा 308 के आरोपी 50 वर्षीय रामसकल के घर पुलिस दबिश देने के लिए गई. दबिश के दौरान आरोपी रामसकल पुलिस को देखकर भागने लगा. इसी दौरान वो अचेत होकर गिर गया. उसे प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र लाया गया. यहां से उसे जिला चिकित्‍सालय ले जाया गया. जहां चिकित्‍सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों का आरोप है कि दबिश के दौरान बगैर वर्दी के आए पुलिसवालों ने आरोपी रामसकल के साथ मारपीट की. इसी दौरान गिरकर वो अचेत हो गए और मौत हो गई.  

परिजनों ने लगाया मारपीट का आरोप

मृतक रामसकल की बेटी गुड़िया ने कहा कि तीन पुलिस उनके घर पहुंचे, उस वक्त उसके पिता खाना खा रहे थे. पुलिसवालों ने उन्‍हें दौड़ाकर मारा, तो वे बेहोश हो गए. पुलिसवाले गिरने के बाद भी उन्‍हें मार रहे थे, जिसके बाद उनकी जान चली गई और फिर वो उन्हें लेकर चले गए. गुड़िया ने कहा कि घटना के वक्त उसके पास मोबाइल फोन नहीं था, इसलिए वो वीडियो नहीं बना पाई. मृतक के भाई घनश्‍याम यादव ने बताया कि सिविल ड्रेस में आए पुलिसवालों ने उनके भाई रामसकल और उनके बेटों को मारने पीटने लगे. 

पुलिस से भागते वक्त हुई मौत

पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि बांसगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत चाड़ी गांव में रामसकल नाम के व्यक्ति के विरुद्ध उनके ही गांव के पड़ोसी ने 308 आईपीसी की मुकदमा लिखाया था. आज सुबह करीब 8 बजे पुलिस उनके घर गई. इस दौरान वह भागने लगे. जिस कारण वो गिर गए. तबीयत बिगड़ने पर परिजनों और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां हालत गंभीर देखते हुए उन्हें जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया, यहां चिकित्‍सकों ने उन्‍हें मृत घोषित कर दिया.

पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा. पीएम की फोटोग्राफी भी कराई जाएगी. मामले की उच्‍च स्‍तरीय जांच की जाएगी. पुलिस और विपक्षियों द्वारा प्रताड़ित करने से मौत के सवाल पर एसपी साउथ ने कहा कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है. पुलिस सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है. मृतक के परिजनों से लगातार वार्ता की जा रही है. उनकी मदद की जाएगी. 

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